बर्ड फ्लू की बीमारी पर नियंत्रण

बर्ड फ्लू की बीमारी पर नियंत्रण

राज्य में मुर्ग-मुसल्लम व् चिकेन करी खानेवालों के लिए राहत भरी खबर।  अब मांसाहारियों को बर्ड फ्लू की बीमारी से डरने की जरुरत नहीं। अब वे बेफिक्र हो के चिकन कबाब, चिकन बिरयानी, चिकन तंदूरी खा सकते है।  उन्हें मुर्गियों से होने वाले किसी भी प्राणघातक बीमारी से डरने की जरुरत नहीं।  अब बर्ड फ्लू बीमारी पर कारगर नियंत्रण लगा लिया गया है।

केंद्र सरकार के स्वास्थ मंत्रालय ने बिहार के पशुपालन विभाग को पत्र भेजा है। इसके अनुसार बिहार समेत सभी राज्य अब बर्ड फ्लू के आतंक से बाहर हो चुके है।

विसेसग्यो का मानना था की केरल, मुम्बई, गुजरात आदि पश्चिमी भारत के विभिन्न सीमावर्ती छेत्रो के अलावा नेपल, बांग्लादेश्, की अंतरास्ट्रीय सीमा से सटे बिहार में भी विदेशो से आने वाले बर्ड फ्लू वायरस के फैलने की आशंका रहती है।  स्वास्थ मंत्रालय ने चिकित्सको की कई टीमें यहाँ भेजी।  इन टीमों ने सीमावर्ती जीलो की पहचान की और विभिन जीलो की रैंडम जांच की।  मुर्गियों के स्वास्थ से लेकर तैयार चिकन की भी जांच की।  इसके बाद यह पुख्ता हुआ की बर्ड फ्लू के संक्रमण का फ़िलहाल कोई खतरा नहीं है। सरकार ने बर्ड फ्लू से जुड़े एवियन इन्फ्लुएंजा  (एच5 एन8 तथा एच5 एन1) से देश को मुक्त होने की घोषणा कर दी है और भविष्य में इस रोग के  फ़ैलाओ नहीं होने पर इसके सर्विलांस रखने की भी हिदायत भेजी है।

 

मधुकर आनंद