नशीली दवाओ का लत गंभीर चिंता का विषय

नशीली दवाओ का लत गंभीर चिंता का विषय

महोदय

नशीलों दवाओं (ड्रग्स) के अवैध दुरुपयोग के खिलाफ हम बोलते तो बहुत है तथा इसके बारे मे हर जगह पढ़ने को भी मिल जाता है लेकिन हर चीज़ पता होने के बावजूद भी खास कर स्कूल और कॉलेज के  युवाओ मे ये देखने को मिलता है की वो अत्यधिक मात्रा मे नशीले पदार्थो का सेवन कर रहे है।

Kids sniffing whitener fluid (file photo)

ड्रग्स का सेवन करने से वयक्ति सामाजिक, मानसिक, शारीरिक,आर्थिक हर रूप से नष्ट होता है। नशीले पढ़ार्थों की तस्करी एक अंतराष्ट्रीय अवैध व्यापार है। नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतराष्ट्रीय दिवस 26 जून को सभी देशों मे  विभिन्न सेमिनार, परदर्शनी, नुक्कड़ नाटक आयोजित करके मनाया जाता है।

खास कर बिहार मे शराब बंदी के बाद नशीली दवाओ की लत तेजी से बढ़ती जा रही है। कॉलेज एवं  स्कूल के बच्चे आसानी से उपलब्ध होने वाले थिनर, फैविकौल, पेंट, वाइटनर, ड्रग्स के रूप मे इस्तेमाल करते है।

ड्रग्स के  खिलाफ अंतराष्ट्रीय दिवस का मुख्य कारण लोगों मे अवैध उत्पादन और उनके सेवन के बारे मे जागरूक बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना है तथा इससे जुड़े खतरो के बारे में लोगों को अवगत करना है ।

नेहा निधि