जैविक उत्सव :चलो धान रोपने

जैविक  उत्सव :चलो धान रोपने

पटना, 20 जुलाई:  तरुमित्र आश्रम ने मनाया “जैविक धान रोपनी उत्सव” यह उत्सव हर जुलाई महीने में मनाया जाता है, जिसमें विभिन्न स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थी इसमें हर साल भाग लेते है। आज के इस महोत्सव में पटना वीमेंस कॉलेज, गुलजारबाग गोवर्नमेंट कॉलेज, रेडियंट इंटरनेशन, दीक्षा फाउंडेशन, डॉन बोस्को स्कूल जैसे अन्य स्कूल के छात्र-छात्राओं ने इसमें भाग लिया साथ ही दीक्षा फाउंडेशन और इनर व्हील ऑफ पटना के मेंबर्स ने भी भाग लिया।

हर साल, इसी मौसम में, दो दिन के इस कार्यक्रम के अनुरूप विद्यार्थी खेतो में जाकर धान रोपते है। तरुमित्र की कॉर्डिनेटर देवोप्रिय दत्ता ने यह बताया कि इसकी शुरुआत 2011 में हुई थी, जिसमें सेंट्रल अमेरिका के जोमेरानो यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स जो तरु मित्र में 4 महीने के इनटर्नशिप में आए थे ने इसमें भाग लिए ।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ.रत्ना पुरकयस्था दूरदर्शन केंद्र,चेन्नई   एवं सोशल वर्कर ट्रांसजेंडर रेशमा प्रसाद , साथ ही तरुमित्र के भूतपूर्व डायरेक्टर फादर रॉबर्ट एथिकल थे।

कार्यक्रम की शुरआत तरुमित्र के शरदान हॉल में हुई जहां इंदिरापुरम पब्लिक स्कूल की छात्राओं ने श्लोक गाकर अपनी प्रस्तुति दी, वी.आर विद्यापीठ की छात्राओं ने “सावन झड़ी लागे, ओ धीरे धीरे गीत गाया, और वहीं डी.पी.एस स्कूल के विद्यार्थियों ने गायत्री मंत्र और गुलजारबाग गवर्नमेंट कॉलेज की छात्राओं ने “देश रंगीला” पर अपनी नृत्य प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। इसी तरह अन्य जगहों से आये छात्र- छात्राओ ने भी अपनी प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम का संचालन तरुमित्र की कोऑर्डिनेटर देवोप्रिया दत्ता ने किया।

कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए, तरुमित्र की आर्गेनिक फार्मर मार्ग्रेट मोलोमो ने पीपीटी दे कर विद्यार्थियों को धानरोपन की जानकारी दी यह बताया की इसकी शुरुआत कब और कैसे हुई और ये भी बताया कि पिछले साल एक धान के पौधे में तीन सौ चौतीस धान निकले थे और इसकी शुरआत सीता साहू ने किया था साथ ही यह भी बताया कि विद्यार्थीओं को 25 सेंटीमीटर के दूरी पर धान लगाना है।

इस कार्यक्रम के बाद सभी को धानरोपण के लिए ले जाया गया जहां अतिथियों के द्वारा पहले आरती कराई गई और उसके बाद सभी ने धानरोपण की शुरआत की और पटना वोमेंस की छात्राओं ने इको मित्रा एंथम ” आओ मिल के गीत गाये” गाया।

शाम्भवी