‘’भगत सिंह अगर अंग्रेज़ो से माफ़ी मांग लेते तो शायद उन्हे फाँसी पे नहीं चढ़ाया जाता’’ – विधान सभा के पूर्व अध्यक्षश्री उदय नारायण चौधरी ने नौजवानों के एक सभा को संबोधित करते हुए कहा । लेकिन भगत सिंह ने ऐसा नहीं किया, क्योंकि वह साहसी थे, देशभक्त थे। श्री चौधरी पटना स्थित नवज्योति निकेतन में एक छात्र गोष्टी संबोधित कर रहे थे। वे देश निर्माण में युवाओं की भूमिका पर अपना विचार प्रकट कर रहें थे।
श्री चौधरी ने स्वतंत्रता सेनानियों के बारे मे बताते हुए आर.एस.एस पर कटाक्ष किया । क्या वीर सरवाकर, जो अंग्रेज़ो से माफी मांगा था, सही देशभक्त था?
उन्होने कहा कि आर.एस.एस संविधान के अनुछेद 19 का उल्लंघन कर रहा है , जो वाक-स्वतंत्रता का अधिकार देता है। और वे संविधान का अनुच्छेद 15 को, जो धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग या जन्म- स्थान के आधार पर विभेध का प्रतिषेद करता है, उससे मिटाने की साजिश रच रहें है। । श्री चौधरी ने कहा कि उसे ऐसा करने से रोकने के लिए आज की पीढ़ी को स्वतंत्रता सेनानियों की भांति निडर और साहसी बनना होगा। श्री चौधरी ने उन स्वतंत्रता सेनानियों का भी जिक्र किया जिनका उल्लेख इतिहास मे नहीं किया गया है।
श्री चौधरी ने देश के शिक्षा, स्वास्थ और रोज़गार के अवव्यवस्थित हालातों के लिए वर्तमान सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया । उन्होने दलितों के हक़ के लिए आवाज़ उठाई ।
श्री चौधरी ने सभा के अंत मे ‘’संविधान बचाओ , देश बचाओ’’ आन्दोलन की घोषणा की जो 24 जून को गांधी मैदान मे आयोजित किया जाएगा।
[उज्जवल कुमार सिन्हा ]
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