संत ज़ेवियर कॉलेज ,दीघा में स्नातक तृतीया वर्ष के छात्रों का एडमिट कार्ड मगध यूनिवर्सिटी ने जारी नहीं किया। शुक्रवार को जब इसकी सुचना छात्रों को मिली तो छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया। कॉलेज प्रबंधन ने छात्रों को शिक्षा मंत्री ,राजभवन ,कुलपति और वकीलों के पास चलने को कहा। पूरे दिन बच्चों के साथ-साथ कॉलेज प्रबंधन के पदाधिकारी मंत्रियों और अधिकारीयों के ऑफिस के चक्कर लगते रहे। शुक्रवार देर रात तक सफलता नहीं मिलने के बाद छात्रों ने बैठक कर शनिवार प्रातः सुबह सात बजे से ही कॉलेज कैंपस में धरने पर बैठने का निर्णय किया है।
शनिवार सुबह से छात्र कॉलेज कैंपस में एकत्र होने लगे। प्रातः 9 बजे जब दूसरे विभागों का क्लास शुरू हुआ तो छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया और क्लास बंद करवाने लगे। इसी दौरान छात्रों के कुछ गुटों में हाथापाई हो गई और छात्र अचानक से तोड़फ़ोर करने लगे। मौके पर कॉलेज प्रबंधन ,शिक्षक और पुलिस की मदद से छात्रों को शांत करवाने की कोशिश की गई। छात्र कॉलेज कैंपस के बाहर निकल दीघा -आशियाना रोड पर टायर जला कर प्रदर्शन करने लगे। छात्रों का सीधा सवाल विश्वविधालय से है की उनका जो साल बर्बाद हो रहा है,उसके लिए जिम्मेवार कौन होगा?
मगध विश्वविधालय की नाकामी साफ़ देखी जा सकती है।1 अक्टूबर से परीक्षा रखने के बावजूद छात्रों को एडमिट कार्ड नहीं दिया गया। ना सिर्फ संत ज़ेवियर कॉलेज बल्कि विगत 4 दिनों से रामलखन सिंह यादव कॉलेज में भी इसी मामले को लेकर हंगामा चल रहा है। इसी मामले को लेकर छात्र संगठन अइसा ने रामलखन सिंह यादव कॉलेज में धरना प्रदर्शन किया और छात्रों के तरफ से एक प्रतिनिधि मंडल ने जाकर राजभवन में इस विषय पर वार्ता की।
शिवांशु