पटना ज़िले के स्कूलों में प्रयोगशाला ,आर्ट एंड क्राफ्ट क्लास और शौचालय बनाने के लिए सरकार ने फण्ड दिया था। अब जब इस राशि के खर्च का हिसाब जिला शिक्षा कार्यालय स्कूलों से मांग रहा है , तो कई स्कूल देने में आना-कानि करते दिख रहे है। पटना जिले में ऐसे 36 स्कूलों को डी.ई.ओ. कार्यालय ने शोकॉज़ नोटिस भेजा है।
अधिकारियों का कहना है की इन स्कूलों से बार-बार जानकारी मांगी जा रही है। 20 सितम्बर को इस मामले को लेकर राजेंद्रनगर बालक ऊच्य विद्यालय में आम बैठक का आयोजन किया गया था। लेकिन बैठक में निम्न विद्यालय शामिल नहीं हुए थे। आम बैठक में अनुपस्थिति के लिए स्कूलों से स्पष्टीकरण माँगा गया है।
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा के तहत स्कूलों को एजुकेशनल टूर ,वार्षिक अनुदान , शौचालय निर्माण ,आर्ट एंड क्राफ्ट क्लास ,प्रयोगशाला कक्ष के लिए राशि दी गई थी। इस राशि को निम्न चीज़ों के लिए खर्च करना था। स्कूलों ने इस राशि का क्या किया ,इसका हिसाब अब माँगा जा रहा है। डी.ई.ओ. कार्यालय की माने तो 28 सितम्बर तक जो स्कूल जानकारी नहीं देंगे,ऐसे स्कूलों के प्राचार्यों और लिपिकों के वेतन रोक दिए जायेंगे। डी.पी.ओ. कौशल किशोर ने बताया की स्कूलों को बार-बार कहा जा रहा है लेकिन कई स्कूल ने अब तक इस राशि खर्च होने की जानकारी नहीं दी है।
शिवांशु