आम लोगो के लिए खुशखबरी पर वही फेरीवाले और गरीब सब्जी बेचनेवालो के लिए निराशाजनक खबर। मंगलवार सुबह 10 बजे से राज्य की नीतीश सरकार सस्ती सब्जियों की बिक्री शुरू करने जा रही है। राजधानी के गली-मोहल्लों में 12 गाडिय़ां (वैन) अलग-अलग सब्जियां लेकर दौडऩे लगेंगी। बाजार भाव की तुलना में ये सब्जियां 10 से 15 फीसद तक सस्ती मिलेंगी।
सहकारिता मंत्री जय कुमार सिंह हरित सब्जी प्रसंस्करण एवं वितरण योजना का उद्घाटन करेंगे।आम लोग सब्जियां वेबसाइट पर भी बुक कर सकते हैं।बिग बाज़ार की तरह ऑर्डर के हिसाब से उनके घर सब्जियां पहुंच जाएंगी। फेडरेशन के तहत बेची जाने वाली सब्जियां पूरी तरह जैविक होंगी। इस वजह से बिग बास्केट को भी झेलनी पड़ेगी मार
पायलट प्रोजेक्ट के तहत योजना फिलहाल राज्य के पांच जिलों पटना, बेगूसराय, नालंदा, वैशाली और समस्तीपुर में शुरू की जा रही है। सफल होने पर योजना को पूरे राज्य में लागू किया जाएगा। इसपर 487 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। चालू वित्तीय वर्ष में सहकारिता विभाग ने बजट में 50 करोड़ का प्रावधान भी कर रखा है। ‘हर थाली में बिहारी तरकारी’ स्लोगन से राज्य सरकार ने अपना अलग ब्रांड तय कर लिया है, जिसका नाम रखा गया है ‘तरकारी’ ब्रांड।
गौरतलब है की बिहार सरकार के इस योजना से आम जनता को काफी किफायती दर पर सब्जियाँ मिलेंगी पर वही गरीब सब्जी बेचनेवालो को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है। यह योजना उनके पेट पे लात मारने का काम कर सकती है। आसार है की बेरोजगारी बढ़ सकती है। सरकार को इस योजना के साथ वेनरो के लिए भी कोई विकल्प लानी चाहिए।