भारत में मोबाइल फोन का बाजार पिछले 4 वर्षों में बहुत तेजी से बढ़ा है I एक शोध के मुताबिक 2015 में भारत में करीब 20 करोड़ लोगों के पास मोबाइल थे I वहीं 2019 के आखिर तक ये संख्या 37.4 करोड़ पहुंचने की उम्मीद हैI ऐसे में मोबाइल फोन ब्रैंड्स के लिए भारत सबसे पसंदीदा बाजार बन गया हैI मोबाइल ब्रैंड्स की आजकल भारत में जबरदस्त कमाई हो रही हैI इस कमाई को बढ़ाने के लिए ब्रैंड्स और कई तरकीब अपना रहें हैंI
आये दिन कंपनियां अपने पुराने मॉडल्स के फोन्स का नया वर्शन बाजार में लाती हैI ग्राहकों के सामने इसे बहुत ही बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया जाता हैI 2018 में चीन की कंपनी वनप्लस ने वनप्लस 6 नाम का फोन बाजार में लांच किया था I उसके कुछ महीने बाद ही कंपनी ने इस फोन का नया वर्शन वनप्लस 6 टी बाजार में उतार दियाI मई में इसी कंपनी ने वनप्लस 7 नाम का एक और फोन बाजार में उतरा दियाI कंपनी अपने इस फोन को अपडेटेड वर्शन बता रही है I
हालाँकि सचाई यह है की तीनों ही फोन्स लगभग एक जैसे ही है I वनप्लस के 2018 में आये दोनों मॉडल्स में एक ही प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ थाI 2019 में आये फोन में भी कोई बहुत बड़ा अपडेट देखने को नहीं मिला सिवाए प्रोसेसर को छोड़ दिया जाये तो, अब ये सवाल उठता है की आखिर कंपनियां ऐसा कर क्यों रही हैं? इस बात के जवाब में राजीव नगर के निवासी अलोक ने कहा की ब्रैंड्स लोगों को मुर्ख समझते हैं I उन्हें लगता है की एक ही फोन में हलके फुल्के बदलाव करके वो दुबारा लाएंगे तो लोग उसे अपडेटेड फोन समझ कर फिर से उस फोन को खरीदेंगे I
वहीं दुर्ग में इंजीनियरिंग की पढाई कर रहे शुभम ने कहा की कंपनियां अपने ग्राहकों के हर नए फीचर्स के साथ अपडेटेड रखना चाहती हैं I ऐसे में वो कुछ अपडेट्स के साथ नए फोन बाजार में लाती है पर उनके दाम में बढ़ोतरी नहीं करती है तो मैं उसे अच्छा कदम मानता हूँI आजकल कंपनियां इस तरीके को मार्केटिंग टैक्टिक्स की तरह इस्तेमाल कर रही हैंI एक ही फोन के नए मॉडल के बाजार में आने से जिस ग्राहक ने पुराना मॉडल खरीदा है वो फिर नए मॉडल को खरीदने की सोचने लगता है और यही तो कंपनियां चाहती हैंI
रोहित कुमार