महोदय
जहां एक ओर पानी की किल्लत से पूरी दुनियाँ परेशान है वही सोनपुर के कुछ वार्डो मे रास्ते पर पानी आने से निवासी, राहगीर, हर कोई को दिक्कत झेलनी पड़ रही है।
सड़क किनारे एक भी नाला नहीं होने के कारण लोग सड़क पर ही पानी बहा रहे है जिससे सड़क पर पानी का जमाव लग जा रहा हैं। कुछ लोग तो बच्चो के खेल के मैदान मे भी पानी बहा रहे है जिससे बच्चों को खेलने मे दिक्कत हो रही है। यहाँ की यह स्थिति एक-दो दिन की नहीं सालों भर की है।
स्थानीय निवासी नवीन सिंह का कहना है कि नाला नहीं होने के कारण हमें सड़क पर पानी बहाना पड़ता है और नगर परिषद भी कुछ नही करते ।
यहाँ पानी की वजह से लोग एक- दूसरे की जान लेने पर आतुर हैं तो कहीं कान काट रहे हैं।
विभा सिंह का कहना है कि उनके पड़ोसी पूरे दिन पानी बहाते रहते हैं जिससे जल-जमाव हो जाता हैं जिससे उनके परिवार और किरदारों को बीमारी का खतरा है, बदबू भी इतनी की उन्हे नाक पर रुमाल रख कर चलना परता हैं।
स्थानीय बच्चों का कहना है कि लोग जान-बुझ कर पानी सड़कों और फील्ड में बहाते है; मना करने के बाद भी पानी बहाते हैं। वहीं कुछ बताते है कि घर मे सोखता होने के बाद भी सड़क पर पानी बहाते हैं।
शिक्षक मोहन सिंह का कहना है कि लोग पानी बेवजह पूरे-पूरे दिन गिरते रहते है उन्हे मना करने या समझाने पर झगड़ा पर उतर आते है। पानी का दुरुपयोग अशिक्षा के कारण हो रहा है। लोगों मे खुद कि समझदारी होनी चाहिए खुद से सोचना चाहिए कि पानी का दुरुपयोग नही करे और ना ही सड़क पर बहाये। हर बातों के लिए नगर परिषद को दोष देना ठीक नहीं।
पनि की किल्लत को समझते हुये हमे पानी की महत्ता को समझना चाहिए इसे यूहि सड़कों पर बहाना ठीक नहीं जिससे लोगों के आने-जाने मे परेशानी हो। हमें इसका संरक्षण करना चाहिए ना कि दूसरों पर निर्भर रहना चाहिए और बच्चों को भी पानी बचाने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
नेहा निधि