आजकल शहर में कई तरह की दिक्कतें हो रही है, जिस वजह से आम आदमी को परेशानी झेलनी पड़ रही है। गलत पार्किंग और सड़कों के किनारे फुटपाथ पर लगी दुकानों की वजह से जाम लग जाते है। लोग बिना हेलमेट के गाड़ी चलाकर नियमों का उलंघन कर रहे है यह तो समस्या है ही साथ ही सबसे बड़ी दिक्कत तो कुछ ऑटो चालकों के वजह से होती है उनके कारण हर रोज़ नयी परेशानी खड़ी हो जाती है, वो अपनी खुद की मनमानी चलाते रहते है इस वजह से यात्री और उनके बीच कई बार बहस हो जाती है।
बात करें ऑटो चालकों की तो वो इतनी तेज़ ऑटो चलाते है की कभी-कभी यात्रियों को चोट भी लग जाती, और कुछ ऐसे भी ऑटो चालक है जो ऑटो में बहुत तेज़ आवाज़ मे अभद्र गाने भी बजाते है, जिसके कारण यात्री असहज महसूस करते है और जब उन्हें मना किया जाता है तो उनकी बात को अनसुना कर देते हैं या फिर बहस करना शुरू कर देते है। कुछ ऑटो चालाक यात्रियों से वाजूद पैसे से ज्यादा पैसे ले लेते है, जहां पाँच रुपये लेने होते है वहाँ दस रुपये ले लेते है और इन सब में ज्यादा दिक्कत स्कूल और कॉलेज जाने वालें विद्यार्थियों और जो घर से दूर रहकर पढ़ाई कर रहे है उन लोगों को हो जाती है, रोज़ आने-जाने में उनके पैसे ज्यादा खर्च हो जाते।
संत ज़ेवियर की छात्रा नेहा निधि का कहती है, वो रोज़ सोनपुर से दीघा तक का सफर करती है उन्हें बहुत सारी उलझनों का सामना करना पड़ता है, जब ऑटो-चालक तीन लोगों की जगह चार लोगों को दिक्कत से बैठाते है मानो सब एक दूसरे के ऊपर ही चढ़ जाएंगे। वे लोग कई बार इस तरह ऑटो चलते है, की रोड के किनारे चलाने वाले लोगो को चलाने के लिए जगह नही मिलता है
वही बेली रोड की शिवानी कहती है ” ऑटोवाले ग्राहको से जरूरत से ज्यादा पैसा ले लेते है और गाने ऐसे-ऐसे बजा देते है की जिसे सुनकर सर फटने लगता है और जब मना करते है तो गाड़ी से उतर जाने को कहते है”
पटना सिटि के उधव कृष्ण कहते है “ऑटोवाले पूरे सड़क को अपनी जागीर मानते है, जहाँ भी मन करे बीच रास्ते मे कही भी और कभी भी ऑटो रोक देते है जिससे कई बार पीछे आ रहे लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है।
सड़क दुर्घटना दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रही है इस तरह की समस्याओं को जल्द हल नहीं किया गया तो आम लोगों के लिए और घातक हो सकती है ।
शाम्भवी