कृष्ण जन्माष्टमी एक ऐसा पर्व जब भगवान कृष्ण ने इस धरती पर भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मथुरा में जन्म लिया था, तब से आज तक इस दिन को बड़े धूम-धाम और हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। कृष्ण जन्मोत्सव आज 23 अगस्त और कल 24 अगस्त को कई जगहों पर मनाया जाएगा । इस अवसर पर सारे श्रद्धालु पूरे दिन व्रत रखते है रात के 12 बजते ही सारे जगह जश्न के माहौल बन जाता है और मंदिरो में अभिषेक से इसकी शुरुआत की जाती है।
इस मौके पर हर जगह जोड़ो शोर से इसकी तैयारी चल रही है। शहर के लगभग सारे दुकान पुजा पाठ की समाग्रियों से सजे हुए है जहां विभिन्न प्रकार के कृष्ण वस्त्र और आभूषण मिल रहे है जैसे गले की माला, मुकुट, कृष्ण झूला, खास कर मोर पंख मिल रहे है और मिठाई के दुकानों में तरह-तरह की मिठाइयों की ख़रीदारी की जा रही है। मंदिरों को खूबसूरत तरीके से सजाया गया है और भगवान कृष्ण की मूर्ति को झूले पर बैठाया गया है। कुछ-कुछ जगहों पर मटकी फोरने की तैयारी भी की जा चुकी है। गर्द्नीबाग कच्ची तालाब स्थित राधा कृष्ण मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया है उसी तरह पटना के और भी कई मंदिरों को सजाया गया है।
बात करें पटना शहर की तो बोरिंग रोड में पुजा पाठ की दुकान चलाने वाले “राजेश कुमार” कहते है की इस बार अलग-अलग तरह के सजावट का सामान लाया गया है, मोतियों से सजी कृष्ण की बांसुरी की कीमत 100-150 रुपये तक है। झूले और कृष्ण की मूर्ति की कीमत उनके आकार के अनुसार राखी गयी है । यह 200 रुपये से शुरू है।
हर तरफ आज के दिन भगवान कृष्ण की पुजा की तैयारी के साथ-साथ भोग भी बनाने की तैयारी की जा रही है, इस दिन घर के छोटे बच्चे को कृष्ण के जैसे वस्त्र पहनाया जाता है साथ ही बच्ची को राधा के जैसे तैयार किया जाता है।
आज हर जगह आस्था के साथ भगवान की आराधना की जा रही है ताकि भगवान कृष्ण का आशीर्वाद सभी पर बनी रहे।
शाम्भवी