कोलकाता में जल्द ही पहला पानी के नीचे मेट्रो शुरू होने वाली है।
कुछ दिन पहले पीयूष गोयल ने एक वीडियो साझा किया जिसमें पानी के नीचे मेट्रो सुरंगों के निर्माण से जुड़ी इंजीनियरिंग के बारे में बात की गई है।
सिटि ऑफ जॉय (कोलकाता) शहर के यात्री जल्द ही भारत के पहले अंडरवाटर मेट्रो से यात्रा कर सकेंगे। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर घोषणा की है कि कोलकाता की हुगली नदी के नीचे मेट्रो का निर्माण किया जाएगा।
“भारत की पहली अंडरवाटर ट्रेन जल्द ही कोलकाता में हुगली नदी के नीचे चलने लगेगी। यह ट्रेन भारत की उत्कृष्ट इंजीनियरिंग का उदाहरण है और भारतीय रेलवे की प्रगति का एक प्रमाण है, उन्होंने आगे कहा, यह सेवा कोलकाता के निवासियों के लिए आरामदायक परिवहन सुनिश्चित करेगी, और देश को गौरवान्वित भी करेगी”।
इसके बनने से कोलकाता निवासियों को सुविधा, और देश को गर्व का अनुभव होगा।
लगभग 16.6 किमी लंबी यह परियोजना पश्चिम में हावड़ा और पूर्व में साल्ट लेक को जोड़ती है। पूरी लंबाई में से, जमीन के नीचे 10.8 किमी चलती है। यह 10.8 किमी का 502 मीटर हिस्सा है जो हुगली नदी के नीचे चलेगा।
इस परियोजना मे 750 मिलियन अमेरिकी डॉलर खर्च किया गया है इसके बावजूद इसे देरी का सामना करना पड़ा। हालांकि, यह परियोजना आसान नहीं है मुख्य रूप से भूमि आवंटन, झुग्गी पुनर्वास और दूसरों के बीच मार्ग संरेखण समस्याओं के कारण कई बार सामना की गई। इस परियोजना को मुख्य रूप से 2012 तक पूरा किया जाना था। फिर 2015 और अंत मे दिसम्बर 2019 कर दिया गया, अब भी देरी हो सकती है। मगर उम्मीद है 2021 में यह शुरू हो जाएगी।
यह शहर के लिए अमूल संपत्ति साबित होगी जो ट्रेफिक जाम से ग्रस्त है, इससे लोगों को बहुत राहत मिलेगी।
नेहा निधि