लगातार 4 दिनों से हो रही बारिश के बाद सोमवार को राजधानी पटना वासियों को बारिश से तो राहत मिली , लेकिन जल जमाव के कारण लोगों को अपने आम जनजीवन को वापस पटरी पर लाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 4 दिनों में हुई लगातार बारिश के कारण पूर्व और उत्तर बिहार समेत राज्य के 15 ज़िलों में जनजीवन ठहर गया है। राजधानी पटना के लोग भी जलजमाव के कारण भीषण परेशानियों का सामना कर रहे है। हलाकि बारिश को रुके हुए 24 घंटे से अधिक हो गया है , लेकिन पटना के किसी भी इलाके में जलस्तर में कमी नहीं आयी है।
हालात का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि बारिश में 3 दिन से अपने आवास में फसे उप मुख्य मंत्री सुशील कुमार मोदी और । प्रख्यात लोक गायिका शारदा सिन्हा को रेस्क्यू टीम द्वारा उनके अपने राजेंद्र नगर स्थित आवास से निकला गया शारदा सिन्हा ने सोशल मीडिया के जरिये मदद की गुहार लगायी थी।
बारिश के रुकने बाद राहत और बचाव कार्य में तेज़ी आई है। राजधानी पटना में वायु सेना के एक हेलीकॉप्टर से खाद्य सामग्री बांटी जा रही है। बताया जा रहा है मंगलवार से दो हेलीकाप्टर राहत कार्य में लगेंगे। राजधानी के सबसे प्रभावित इलाके राजेंद्रनगर और कंकरबाग में बिहार सरकार और एन. डी.आर.एफ़ की नाव दिनभर चक्कर लगते देखने को मिली।सेना , प्रशाशन के साथ साथ कई अन्य संस्थाओं द्वारा भोजन और अन्य रोज मर्रा के सामानों का वितरण किया गया। इसी बीच आम लोग भी नाव से पीड़ितों की मदद करते दिखे।
जलजमाव से निजात पाने के लिए पटना नगर निगम हर तरह का प्रयास करते दिख रही है। लेकिन कई इलाकों में बदबू की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। रविवार को बारिश थमने के बाद डाकबंगला चौराहे को जलजमाव से निजात मिली और वही बोरिंग रोड के जलजमाव वाले पानी में कमी आयी है।
बिहार में गंगा के जलस्तर में वृद्धि की रफ़्तार भले ही कम हो लेकिन सोन और पुनपुन जैसी नदियां पटना के लिए खतरा का संकेत दे रही है।पुनपुन नदी के जलस्तर में 24 घंटे में डेढ़ मीटर से अधिक की वृद्धि दर्ज की गयीहै।मंगलवार तक इसके 25 सेमी और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। पिछले 24 घंटे में मनेर में सोन नदी के जलस्तर में 32 सैमी की वृद्धि हुई है।राज्य में जल जमाव के कारण अब तक 104 से अधिक जाने जा चुकी है।
सूबे में फिलहाल तो भरी बारिश का संकट टल गया है , लेकिन इस भरी बारिश ने राज्य के विधि व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। मुखयमंत्री नितीश कुमार ने जल निकास के काम में तेज़ी लाने का निर्देश दिया है।
शिवांशु सिंह सत्या