भारत तथा नेपाल के राजदूत महामान्य महामहिम आर्चबिशप लियोपोल्डो जिरेली आज पटना धर्मप्रांत के कुर्जी पल्ली में उपस्थित थे।
उनके स्वागत में युवा संघ ने गिरजाघर तक यात्रा संचालित की।
रविवार को मिशन रविवार का विशेष मिस्सा बलिदान महामहिम द्वारा चढ़ाया गया। यह मिस्सा अंग्रेजी और हिंदी दोनो भाषाओं में संचालित किया गया।
मिस्सा बलिदान के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इसमें विभिन्न स्कूलों जैसे हार्टमन गर्ल्स स्कूल, डॉमनिक सावियो, नोट्रेडम, आदि के बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन श्री पास्कल पीटर ओस्ता ने किया। कार्यक्रम के शुरुआत में पल्ली परिषद की अध्यक्षा श्रीमती मार्ग्रेट मार्टिन ने महामहिम का स्वागत तथा उनके जीवन यात्रा का वर्णन किया।
अपने भाषण में महामहिम ने कलीसिया के धार्मिक तथा वेटिकन सिटी के राष्ट्रीय झंडे का उल्लेख करते हुए कहा की झंडे का 2 रंग ईश्वर के 2 स्वरूप, दिव्य तथा मानवीय रूप को दर्शाता है। झंडे में 2 चाबियां अंकित हैं। सुनहरे रंग की चाबी स्वर्ग तथा चांदी की चाबी पृथ्वी की ओर जाने की चाबी है।
महामहिम ने आगे कहा, “हमे एक दूसरे से प्रेम करना चाहिए। ईश्वर तथा हमारे पड़ोसियों को प्रेम करने में कमी नहीं होनी चाहिए। हमारा कर्तव्य है की हम एक अच्छे कैथोलिक बनें तथा विश्व में एक मिसाल पेश करें।”
उन्होंने अपने स्वागत तथा सत्कार के लिए सभी लोगों को धन्यवाद दिया। पटना के आर्चबिशप सेबेस्टियन कल्लूपुरा ने भी महामहिम को धन्यवाद दिया तथा आशा की कि वे दुबारा कुर्जी पल्ली में कदम रखेंगे।
इस अवसर पर कुर्जी पल्ली के पल्ली पुरोहित फादर पीयूष प्रशांत माइकल, पल्ली के सहायक याजक फादर राजेश सोमपल्ली, पटना महाधर्मप्रांत के विकर जनरल, विभिन्न पल्ली के पुरोहित आदि मौजूद थे।
शनिवार सुबह को, महामान्य महामहिम आर्चबिशप लियोपोल्डो जिरेली ने पटना महाधर्म्प्रांथ के आर्च्बिशप स्वामी सेबास्टियन कल्लुपुरा का ‘पल्लियम विद्धी’ सम्पन्न किया ।
[Reported by Seema Kisku]