पोप फ्रांसिस अस्पताल से घर जा रहल बाड़न: ठीक होखे के रास्ता पर

पोप फ्रांसिस अस्पताल से घर जा रहल बाड़न: ठीक होखे के रास्ता पर


पोप फ्रांसिस, जे कैथोलिक चर्च के बड़का नेता बाड़न, रविवार 23 मार्च 2025 के रोम के अगोस्तिनो जेमेली अस्पताल से छुट्टी पावे वाला बाड़न। 88 साल के पोप पिछले एक महीना से सांस के भारी बीमारी आ दुनो फेफड़ा में निमोनिया से लड़त रहलन। रविवार के, ऊ वेटिकन में आपन घर, कासा सांता मार्ता, लौटिहन ताकि आराम कर सकें आ ठीक हो सकें। जाये से पहिले, ऊ दोपहर में अस्पताल के खिड़की से लोगन के अभिवादन करिहन आ आशीर्वाद दिहन, जे एंजेलस प्रार्थना के समय होई।

एगो कठिन बीमारी
पोप ( संत पापा) के सेहत के परेशानी 14 फरवरी 2025 से शुरू भइल, जब उनकरा सांस ले में तकलीफ हो गइल आ उनकरा अस्पताल ले जायल गइल। डाक्टर लोग कहलन कि ई “सांस के भारी कमी” रहल, जे कई तरह के कीड़ा के संक्रमण से भइल रहल। एकर से दुनो फेफड़ा में निमोनिया हो गइल—ई एगो बीमारी बा जे में फेफड़ा सूज जाला आ ठीक से काम ना करे। शनिवार शाम के डाक्टर सर्जियो अल्फियरी, जे अस्पताल के बड़का डाक्टर बाड़न, पत्रकारन से बात करत कहलन, “काल्हि पवित्र पिता के छुट्टी होई, ऊ कासा सांता मार्ता लौटिहन।”

डाक्टर अल्फियरी कहलन कि पोप के हालत में तेजी से सुधार भइल बा। जब ऊ अस्पताल आए रहलन, त ऊहां हालत खराब रहल। डाक्टर लोग दवाई, ऑक्सीजन आ एगो खास सांस के मशीन दिहलन, बाकी गला में ट्यूब ना डालल गइल। दू बार उनकर जान खतरनाक हालत में रहल, बाकी ऊ हमेशा होश में रहलन। अल्फियरी कहलन कि निमोनिया अब काबू में बा, बाकी पूरा ठीक होखे में समय लागी।

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हाल में ई उनकर पहिला बीमारी ना रहल। दिसंबर 2024 में, उनकरा सर्दी आ थकान भइल रहल, जेकर से कई कार्यक्रम रद्द करे पड़ल। ऊ एशिया के एगो थकावट भरा यात्रा से लौटल रहलन, जे शायद उनकरा कमजोर कर दिहलस। उनकर पुरान सांस के परेशानी—जवानी में एगो फेफड़ा निकालल गइल रहल—ई बीमारी के चिंता भरा बनावे ला।

आगे का होई?
डाक्टर लोग पोप से कहले बाड़न कि कम से कम दू महीना आराम करे के पड़ी। एकर मतलब बा घर प ढेर आराम आ बार-बार जांच। उनकर सेहत ठीक हो रहल बा, बाकी ऊ अभी आपन पुरान व्यस्त काम शुरू ना कर सकीहें। पहिले ऊ हर दिन लोगन से मिलत रहलन, प्रार्थना करत रहलन आ भीड़ से बात करत रहलन। अभी ई सब रुकल बा। अल्फियरी कहलन, “ऊ दिन-ब-दिन ठीक हो रहल बाड़न, बाकी अभी भीड़ से मिले ना शुरू करीहें।”

अस्पताल में पोप बहुत नीक मरीज रहलन। अल्फियरी उनकर तारीफ करत कहलन कि ऊ हमेशा डाक्टर के बात मानत रहलन। ऊहां ऊ खबरन से जुड़ल रहलन—चर्च आ दुनिया के—आ कुछ काम करत रहलन। एगो समय उनकर आवाज चला गइल रहल, जे निमोनिया के बाद आम बात बा। ऊ आवाज अब लौट रहल बा, आ डाक्टर कहलन, “ना, उनकरा डायबिटीज नइखे।”

एगो नीक सोच
पोप घर जाये खातिर खुश बाड़न। अल्फियरी कहलन, “घर प ठीक होखल सबसे नीक तरीका बा।” सанта मार्ता में ऊ व्यायाम करिहन ताकि ताकत लौट आवे। उम्मीद बा कि ऊ जल्दी आपन आम काम शुरू कर सकीहें, जइसे प्रार्थना सभा करे आ चर्च के 1.3 अरब लोगन के अगुवाई करे।

अभी खातिर, आराम जरूरी बा। वेटिकन अभी ना बतवलस कि पोप के जगह कौन सार्वजनिक काम करी, बाकी उनकर छुट्टी लोगन खातिर राहत की बात बा। ई बीमारी उनकर सहनशक्ति आ मेहनत के देखावल बा।

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दुनिया भर में प्यार करे वाला नेता
पोप फ्रांसिस, जेकर असली नाम जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो बा, 2013 से पोप बाड़न। अर्जेंटीना में पैदा भइल, ऊ सादा जिंदगी आ गरीबन के मदद खातिर जानल जाला। उनकर हाल के बीमारी उनकर इंसानी पहलू देखावल बा, बाकी उनकर हिम्मत बरकरार बा। रविवार के घर लौटत, लोग उनकर सेहत खातिर प्रार्थना करीहें, उम्मीद करत कि ऊ जल्दी सेंट पीटर स्क्वायर में आपन मशहूर खिड़की से मुस्कुरात देखाई।

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