इस भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हर कोई अपनी ज़िंदगी में बिज़ि है चाहे वो कोई भी हो, बच्चे हो या बड़े, शिक्षक हो या डॉक्टर और इसी चक्कर में लोग बहुत सा काम करना भूल जाते है, जिस वजह से उन्हे कई परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है पर इन सब के बीच इंसान एक चीज नहीं भूलता है और जहां तक उनकी कोशिश रहती वे सब भी बाकी सबसे आगे रहे।
बात हो रही है इस आधुनिक युग में “फैशन” की जहां हर कोई इस ट्रेंड को फॉलो करने की कोशिश कर रहा है, चाहे वो अपनी ज़िंदगी में कितना ही क्यों न व्यस्त हो। फैशन की बात करें तो अब हर बड़े से छोटे दुकानों में हर तरह के कपड़े या फिर नए तरह के एलेक्ट्रोनिक डिवाइस लाये जा रहे है जो की लोगों को काफी पसंद आ रहे हैं, लोग आजकल वायर्लेस ईयरप्लग खरीद रहे जो की स्मार्टफोन से ब्लुटूथ कनेकटेड रहता है।
कपड़े भी नए डिज़ाइन के आ रहे जैसे ओफ़्फ़्शौल्डर, शॉर्ट कुर्ती या फिर नये तरीके के सलवार सूट आदि साथ ही ठंड के मौसम में लेदर जैकेट की मांग रहती है और यह जरूरी नहीं की फ़ैशन सिर्फ कपड़ो या एलेक्ट्रोनिक गेजेट्स का ही हो, आजकल तो लोग सिगरेट पीना, ड्रग लेना जैसी हानिकारक पदार्थ का इस्तेमाल करना ये सब को फ़ैशन मानते और यही सब कारणों के वजह से ज़्यादातर लोगों की जान चली जाती है।
इनसब चीजों में सबसे बड़ा हाथ होता है टीवी पर दिखाये जाने वाले कमर्शियल जिसमें नए कपड़े, नए डिवाइस को दिखाया जाता है, जिस से लोगो में उत्सुकता आ जाती है की उन्हे भी वैसा हुबहु समान खरीदना है। अभी के समय की बात करें तो अब के लोग ऑनलाइन शॉपिंग करते है ताकि उन्हे बाहर निकलने की जरूरत ना पड़े, और कुछ लोग ऐसे भी है जो मॉल या किसी मार्केट में खुद देख परख कर समान खरीदना पसंद करते है।
गर्दनीबाग की सौम्य कहती है, वो ज़्यादातर ऑनलाइन शॉपिंग करती है क्योंकि अपनी पढ़ाई में व्यस्त होने के वजह से वो बाहर से ख़रीदारी नहीं कर पाती है, साथ ही इनका कहना की ऑनलाइन शॉपिंग करने से इन्हे कम दामो में भी समान मिल जाता है और यह भी कहा की कॉलेज स्टूडेंट हो या स्कूल के आजकल सभी नए तरीके कपड़ो या नए एलेक्ट्रोनिक डिवाइस को ट्राई करते उन्हे ऐसा लगता है की इस से उनकी पर्सनलिटी में भी बदलाव आता है और वो फ़ैशन के साथ साथ चल रहे है।
वहीं नूतन जी का कहना है जो की एक शिक्षिका है उनका कहना है की ऑनलाइन शॉपिंग करना पसंद नहीं है क्योंकि कभी कभी ऐसा होता है जो आप ऑनलाइन साइट पर जो समान देखते है अक्सर वो वैसा नहीं होता है, जो साइट पर नए जैसे दिख रहे है पार्सल होए के बाद पुराने जैसे दिखते है इसलिए वो मार्केट या मॉल से खुद जाके कपड़े या बाकी के समान खरीदती है, और अपनी आंखो और हाथ से जांच परख कर खरीदती है।
अतः फ़ैशन किसी भी चीज का हो लोगो को समझने और खरीदने का उन्हे सही तरीका आना चाहिए और आजकल सभी अपने आप को मैंटेन करने के लिए फ़ैशन का हाथ थाम रहे है।
शाम्भवी