14 अगस्त को पटना, दीघा स्थित तरूमित्र आश्रम में मनाया गया “सावन महोत्सव” यह उत्सव हर साल की तरह इस साल भी धूमधाम से मनाया गया। यह उत्सव को मनाने के लिए टीम नारीगुंजन, ज़ेवियर थिएटर क्लब, टीम दिशा, इनर व्हील क्लब ऑफ, आदि ने इस कार्यक्रम अपनी भागीदारी दिखाई।
सावन का महीना जहां हर तरफ हरे-भरे पेड़-पौधे, हरियाली नज़र आती है, हर तरफ खुशी का माहौल होता है तो इस खुशी को और दुगुना करने के लिए तरुमित्र आश्रम में आयोजित किया गया “सावन महोत्सव”। इस कार्यक्रम की शुरुआत तरूमित्र के फादर टोनी पेंडनथ ने सभी का स्वागत करते हुए किया, टीम नारीगुंजन की छात्राओं ने “कैसे खेले जइबो सावन में कजरिया” एवं “सावन राजा” जैसे गानों पर अपनी प्रस्तुति दी, वहीं दिशा रिहैबिलेशन के बच्चों ने “मैं लड़ जाना” गाने पर अपना नृत्य पेश किया।
इसके साथ ही कलात्मक परिवार, अविनाया काशीनाथ ने बांसुरी की धुन से सबका मन मोह लिया, उनकी पत्नी पल्लवी मिश्रा(कलान्येत्री) और बेटी कशिका पांडे ने साथ में “छाता धोरो हे देओरा” गाने पर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दिया। साथ ही “ज़ेवियर थिएटर क्लब” के विद्यार्थियों ने “पेड़ बचाओ, जीवन बचाओ” पर नुक्कड़ नाटक पेश किया।
तरूमित्र की कोओर्डिनेटर देवोप्रिया दत्ता ने यह बताया की सावन है तो उसे प्रकृति के बीच में ही लुत्फ उठाना चाहिए, साथ ही हमें बारिश के पानी को सरंक्षण भी करना चाहिए ताकि हम सब पृथ्वी पर हो रहे ग्लोबल वार्मिंग को कम कर सके।
नारीगुंजन की छात्रा अंजलि ने यह बताया की इस कार्यक्रम में आकर उन्हें बहुत ही अच्छा लगा साथ ही यह भी कहा की हमें हर तरह से कोशिश करनी चाहिए हर तरफ पेड़-पौधे लगाने की ताकि हम पर्यावरण के शुद्ध वातावरण में रह सके साथ ही इसी तरह हम पेड़-पौधे के बीच सावन का लुत्फ उठा सके।
वहीं इनर व्हील की मुक्ता कहती है उन्हें तरुमित्र में सावन महोत्सव मना कर बहुत ही अच्छा लगा क्योंकि इन्हें प्रकृति की गोद सावन मनाना अपने आप में सौभाग्य की बात है साथ ही यह उनके लिए यह अनोखा और अद्भुत अनुभव था।
उत्सव का भव्य समापन “रेन डांस” द्वारा किया गया जिसमें इनर व्हील क्लब की महिलाओं ने अपने छाते के साथ झूम कर नृत्य किया। देवोप्रिया दत्ता एवं उनके स्वयंसेवकों ने इस कार्यक्रम के आयोजन में अपनी भूमिका निभाई और समारोह को सफल बनाया।
– शाम्भवी Inputs by आकाश फ्रांसिस