चमकी बुखार के कारण बिहार मे हाहाकार मची हुई है और अस्पतालो मे बच्चो की भर्ती होने की संख्या बढ़ती जा रही है। सबसे ज्यादा हालत मुजफ्फरपुर की खराब है वहाँ मरने वालों की संख्या लगातार बदते जा रही है, हालत ये है की वहाँ मृतको की संख्या 200 के पार हो चुकी हैं।
स्थानीय खबरों के अनुसार यह बीमारी सिर्फ भारत मे नही दक्षिण-पश्चिम ऐशिया और पश्चिम प्रशांत के 24 देश इससे परेशान है भारत मे 8 साल मे तकरीबन 11हज़ार मौते हो चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार इन 24 देशो के करीब 300 कड़ोर लोगों पर इसका खतरा रहता है।
देश के 20 राज्यों मे 178 जिलों में चमकी बुखार करीब-करीब हर साल फैलता है।
इसके वजह से बिहार की मुजफ्फरपुर की लीची दुनिया मे फीकी पर गई जिससे व्यापारियों को धंधे मे नुकसान हो रहा है।
चमकी बुखार के लक्षण:-
हाजीपुर के डॉ आनंद कहते है तेज़ बुखार आना पूरे शरीर या किसी अंग मे ऐंठन होना, दांत लगना, सुस्त होना, बेहोश होना ये लक्षण दिखते ही तुरंत ही डॉक्टर को दिखाये वरना गंभीर समस्या हो सकती है।
उन्होने यह भी बताया बुखार होने पे ठंडे व ताज़े पानी से पोछे ताकि बुखार कम हो। कोई भी दवा डॉक्टर की सलाह के बाद ही ले। ओ.आर.एस का घोल पीते रहे। भर पेट भोजन करे। सबसे जरूरी खाली पेट लीची न खाये। मरीज के बिस्तर पर न बैठे अथवा शोर गुल न मचाये। धूप मे जाने से बचे, दिन मे कम से कम दो बार नहाया करे, ओ.आर.एस अथवा नींबू पानी का घोल पीते रहें,रात मे भर पेट खाना खाये।